Saturday, December 4, 2010
सुविधाओं के नाम पर कोरे निकले निजी कालेज
-कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के निरीक्षण में सी-ग्रेड मिला
-विश्वविद्यालय द्वारा एनसीटीई को भेजी रिपोर्ट में 9 कालेज फतेहाबाद के
फतेहाबाद : प्रदेश में दाखिलों के नाम पर मोटी फीस लेकर चांदी काट रहे निजी कालेज मूलभूत सुविधाओं से भी युक्त नहीं हैं तथा नियमों व मानकों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष मई माह में करवाए गए निरीक्षण में कई कालेजों ने 50 प्रतिशत से भी कम अंक हासिल किए। जिसके चलते इन्हें विश्वविद्यालय द्वारा सी-ग्रेड श्रेणी में रखा गया है। यह खुलासा सूचना के अधिकार कानून के तहत ली गई जानकारी से हुआ है। विश्वविद्यालय द्वारा सभी निजी कालेजों में विभिन्न सुविधाओं के निरीक्षण के लिए 400 अंकों का एक पैमाना बनाकर जांच की गई। विश्वविद्यालय द्वारा किए गए निरीक्षण में 50 प्रतिशत से कम अंक लेकर सी-ग्रेड श्रेणी में आने वाले निजी कालेजों में सर्वाधिक कुरूक्षेत्र के 11 कालेजों के अतिरिक्त फतेहाबाद के 9 कालेज शामिल हैं। जिनमें एमएम कालेज ऑफ ऐजुकेशन फतेहाबाद, सूर्या कालेज ऑफ ऐजुकेशन बलियाला, मुंह जैन कॉलेज ऑफ ऐजुकेशन चंदडक़लां, ग्रामीण कालेज ऑफ ऐजुकेशन जमालपुर शेखां, के्रेसेण्ट कालेज ऑफ ऐजुकेशन भोडिया खेड़ा, बाबा दीप सिंह कालेज ऑफ ऐजुकेशन अहरवां, एपेक्स कालेज ऑफ ऐजुकेशन बिढाईखेड़ा, हेतराम जोहरी कालेज आफ ऐजुकेशन खाराखेड़ी, डेफोडिल्स कालेज आफ ऐजुकेशन मताना रोड़ फतेहाबाद शामिल हैं। निरीक्षण में 50 प्रतिशत से भी कम अंक लेने वाले कालेजों में कैथल के 6, यमुनानगर के 6, करनाल के 5, पानीपत के 4, जींद के 4, सिरसा के 2, अम्बाला व पंचकूला के 1-1 कालेज शामिल हैं। मजेदार तथ्य यह भी है कि विश्वविद्यालय द्वारा किए गए निरीक्षण में तमाम कमियां पाए जाने के बावजूद भी इन कालेजों में जेबीटी व बीएड कोर्सों में दाखिले किस आधार पर दिए जा रहे हैं, यह भी अपने आप में जांच का विषय है। मामले पर टिप्पणी करते हुए दलीप बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय व एनसीटीई के ढुलमुल रवैये से ही ऐसे कालेज निर्बाध चल रहे हैं। उन्होंने नियमों व मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने की मांग की है।
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